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वन परिछेत्र चैतमा : नरवा विकास योजना (कैम्पा मद) से निर्मित चेक डेम से आप-पास के किसानों को मिल रहा भरपूर लाभ…

वन परिछेत्र चैतमा : नरवा विकास योजना (कैम्पा मद) से निर्मित चेक डेम से आप-पास के किसानों को मिल रहा भरपूर लाभ…

कोरबा,,, वन मंडल कटघोरा के वन परिछेत्र चैतमा अंतर्गत ग्राम पंचायत मदनपुर और ग्राम पंचायत डोड़की के किसानों को नरवा विकास योजना कैम्पा मद की राशि से निर्मित चेक डेम से ग्रामीणों एवं आसपास जीव जंतुओं को मिल रहा भरपूर लाभ।


गौरतलब है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की विशेष पहल और वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री श्री मोहम्मद अकबर के मार्गदर्शन में राज्य के वन क्षेत्रों में भू-जल संरक्षण तथा संवर्धन के लिए बड़े तादाद में जल स्रोतों, नदी-नालों और तालाबों को पुनर्जीवित करने का कार्य लिया गया है।, नरवा विकास योजना में निर्मित चेक डेम से ग्राम पंचायत डोडकी और मदनपुर में ग्रामीण ले रहे है भरपूर लाभ प्राधिकरण (कैम्पा) मद से बनने वाली इन जल संग्रहण संरचनाओं से वनांचल में रहने वाले लोगों और वन्य प्राणियों के लिए पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित होगी। वनपरिक्षेञ अधिकारी चैतमा ने अपने परिछेत्र की सभी कार्य जिम्मेदारी पूर्वक एवम गुडवत्तायुक्त कार्य से ग्रामीण को डबल फसल का मिल रहा लाभ।
ग्राम पंचायत मदनपुर व डोड़की के किसानों को नरवा विकास योजना अंतर्गत कैम्पा मद से निर्मित भैंसपर नाला में बने चेक डेम से किसानों एवं आसपास जीव जंतुओं को मिल रहा लाभ गाव के नलकूप एवं कुँआ जो गर्मियों के समय सुख जाते थे वह अब जलस्त्रोत बढ़ने से हेंड पम्प और कुँआ में भी बना हुआ है जल स्रोत के कारण नही सूखता। चेक डेम निर्माण से साथ ही नाले में पानी का भराव रहने से आस-पास की भूमि में नमी बनी रहेगी। इससे खेती-किसानी में सुविधा के साथ-साथ आय के स्रोत और हरियाली में भी वृद्धि होगी। वन क्षेत्रों में जल भंडार की पर्याप्त उपलब्धता से वन्य जीवों को उनके रहवास क्षेत्र में ही चारा-पानी उपलब्ध होगा, जिससे वे आबादी क्षेत्रों की ओर आकर्षित नहीं होंगे। इसके साथ ही वनों के आसपास के ग्रामीणों तथा कृषकों को पेयजल तथा सिंचाई के साधन विकसित करने में मदद मिलेगी ग्रामीण अर्थव्यवस्था संकट न हो ऐसे समय में छत्तीसगढ़ ने पूरे देश को एक राह दिखाने की कोशिश की है। छत्तीसगढ़ सरकार ने–नरवा, गरवा, घुरवा अउ बाड़ी नाम की योजना की शुरूआत की है। प्रदेश में हो रहे इस प्रयोग की चर्चा मुख्यमंत्री बघेल ने नीति आयोग की हालिया बैठक में भी की थी और जल्द ही इस मॉडल का प्रदर्शन राष्ट्रीय स्तर पर करने की बात कही है। छत्तीसगढ़ में हो रहे इस प्रयोग की सराहना अन्य प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों के अलावा स्वयं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी की। इसके तहत आवश्यकतानुसार नालों तथा नालों में एवं नहरों में चेक डेम का निर्माण किया जा रहा है। ताकि बारिश का पानी का संरक्षण हो सके और वाटर रिचार्ज से गिरते भू-स्तर पर रोक लग सके। इससे खेती में आसानी होगी। जैसे कि हम सभी जानते हैं कि एक क्षेत्रों में भूजल की मात्रा कम होने के कारण वन्यजीवों को चारा पानी खोजने के लिए रहवासी क्षेत्रों में जाने की आवश्यकता पड़ती है और ऐसे में वहां के लोगों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा नरवा विकास योजना का शुभारंभ किया गया है। नरवा विकास योजना के माध्यम से राज्य में स्थित वन क्षेत्रों में नालों में संरचनाओं का निर्माण किया जाएगा। जिससे 1 क्षेत्रों में उपस्थित 1 जीवो को अपना चारा पानी खोजने के लिए रहवासी क्षेत्रों में जाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। साथ ही साथ इस योजना के माध्यम से ग्रामीण तथा कृषकों को पेयजल तथा सिंचाई के साधन विकसित करवाए जा रहे इस प्रक्रिया के माध्यम से किसानों को खेती बाड़ी करने में किसी भी प्रकार की कठिनाई का सामना नहीं करना पड़ेगा |
एवं वन क्षेत्रों में भूजल संरक्षण की कमी नहीं आएगी।

जनपद सदस्य दिलेश्वरी दिलीप कंवर ने बताया कि हमारे गाँव डोड़की पंचायत में चेक डेम निर्माण से ग्रामीणों को जल संकट से छुटकारा मिला है और ग्रामीण के चेहरे में मुश्कान है क्योंकि पहले पानी की बहुत समस्या होता था, अब पानी रुकने से हमारे छेत्र की जलस्त्रोत बढ़ा है और डबल फसल से आमदनी भी बढ़ेगा, आसपास की मवेशियों को पीने के लिए पानी भी मिलेगा जिससे जनजीवन व आर्थिक सुधार भी होगा।

Manoj Kumar Dinkar

Mobile No-7389274834

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